The power of thoughts
The power of thoughts
Introduction :
इंसान ही एक ऐसा जीव है जो सारे जीवों में सबसे शक्तिशाली है। वो अपने विचारों की शक्ति से, दिमाग की शक्ति से दुनिया जीत सकता है। जिस क्षण आपके विचार बदलते हैं उसी क्षण से आपकी जिंदगी बदलना शुरू हो जाती है। जो अपने जीवन को बदलना चाहते हैं उन्हें सिर्फ और सिर्फ अपने विचारों को बदलने की जरुरत है। और जिंदगी तो अपने आप miraculously change होते हुए आप अपनी आँखों के सामने देखेंगे। You become what you think ऐसा कहा जाता है इसीलिए अपने विचारों पर ध्यान देना जरुरी है। इसी विचारों की शक्ति को हम The power of thoughts इस आर्टिकल में जानेंगे।
Watch your thoughts because your thoughts make your words, Watch your words because your words convert into your habits, Watch your habits because your habits convert into your actions, Watch your actions because your actions decide your character, Watch your character because your character will take you to your destiny. अब ये तो जाहिर है की हमारी destiny हमारे विचारों से शुरू होती है इसीलिए सकारात्मक विचारों का आचरण बहुत ही महत्वपूर्ण है।
इस दुनिया में आज जो भी आविष्कार आप देख रहे हैं वो सब किसी ना किसी के विचार से शुरू हुए हैं। आज हम आसमान की ऊंचाइयों को छू रहे हैं लेकिन इसकी शुरुवात विचारों से ही हुई है। हवाई जहाज बनाने का विचार जब राइट ब्रदर्स ने किया तो सारे लोग उनपर हँसे, उन्हें पागल कहने लगे और उन्हें पागलों के अस्पताल में भर्ती कराने की सलाह लोगों ने उनके घरवालों को दी। अगर उन्होंने वो प्रभावशाली विचार लोगों के कहने पर छोड़ दिया होता तो क्या आज हम आसमान की ऊंचाइयों का अनुभव लेते ?
कोई भी नया अविष्कार पहले मन में विचारों के रूप में जन्म लेता है और बाद में इस दुनिया में आविष्कृत होता है। तो क्या हम अपनी बेहतरीन जिंदगी का विचार पहले मन में नहीं ला सकते ? एक ना एक दिन अपने आप हम उस जिंदगी का अनुभव लेंगे इसमें कोई शक नहीं है। लेकिन उस बेहतरीन जिंदगी के लिए हमें consciously अपने विचारों को चुनना होगा। अगर हम ऐसा नहीं करते तो नकारात्मक विचार अपने आप हमारे मन पर काबू कर लेंगे। If you want to change your life just change your thoughts.
जानबूझकर अगर अच्छी फसल के बीज ना बोये जाए तो अपने आप वो खेत घासफूस से भर जाता है। हमारे मन को भी यही नियम लागू होता है। अगर हमने जानूझकर सकारात्मक विचार हमारे मन में नहीं बोये तो अपने आप नकारात्मक विचार हमारे मन पर कब्ज़ा कर बैठते हैं।
How to generate power of thoughts :
हमारा मन पुरे दिन में ६०००० विचारों को create करता है ये prove हो चूका है। हमारा मन बहुत ही शक्तिशाली है लेकिन हमने इस शक्ति को एक ही पॉजिटिव चीज पे लगाने के अलावा बहुत सारी नेगेटिव चीजों में distribute किया है। ये नेगेटिव चीजें आपके मन की शक्ति को consume करते हैं और पॉजिटिव चीजों के लिए हमारे पास एनर्जी ही नहीं बचती।
जब आप सुबह की ऊर्जा कल दिनभर हुए अत्याचारों को पढ़ने में या टीवी पे न्यूज़ देखने में लगाएंगे तो ये पॉसिबल है की वही challenges आपकी जिंदगी में आये। इसीलिए हमें हमारे मन की ऊर्जा सही चीजों के लिए इस्तेमाल करनी चाहिए। क्योंकि आप पॉजिटिव विचार करें या नेगेटिव उन सारे विचारों की शृंखला बन जाती है और एक के बाद एक विचार आते रहते हैं। तो अगर हमें अपनी लाइफ चेंज करनी है तो सिर्फ एक पॉजिटिव विचार काफी है क्योंकि उससे जुड़ा दूसरा पॉजिटिव विचार आएगा फिर तीसरा,चौथा, पाँचवा और इस तरह से हम अपनी विचार प्रक्रिया को बदल सकते हैं।
Reading of self help books :
जिंदगी बदलनेवाली किताबें पढ़िए। क्योंकि जिन्होंने भी अपनी जिंदगी में बेहतरीन बदलाव लाया है वो सिर्फ और सिर्फ किताबों की मदद से ! किताबें हमारी सोच को बदलते हैं। हमारी पुरानी, नकारात्मक और छोटी सोच को पूरी तरह सकारात्मक सोच में बदलने की ताकत किताबों में होती है ये मेरा खुद का अनुभव है।
Affirmations :
जिस दिमाग को अच्छी चीजों में भी कुछ ना कुछ गलत देखने की आदत लगी है उसी दिमाग को हमें बदतर से बदतर परिस्थिति में सकारात्मक सोचने के लिए मजबूर करना है। इसके लिए हमें बार बार positive affirmations को दोहराते रहना है। Affirmations आपके सोचने के तरीके को बदलते हैं।
Creative visualization :
ईश्वर ने हमें विचार करने की क्षमता देकर एक बहुत ही सुन्दर वरदान से नवाजा है। लेकिन हम उस वरदान का सिर्फ और सिर्फ गलत इस्तेमाल करते आये हैं। जब हमारे मन में किसी चीज के बारे में डर बैठ जाता है तब हम सब worst से worst situation को imagine करते हैं। कितने गलत और भयानक विचार हमारे मन में आते हैं। लेकिन अब इन गलत विचारों को अच्छे और खूबसूरत विचारों में बदलना है creative visualization की मदद से ! हमें best से best लाइफ को visualize करना है।
Surround yourself with positivity :
अपने आप को हमेशा positive रखें। इसके लिए जो करना पड़ें कीजिये। क्योंकि जब तक आप अपने आप को positivity से surround नहीं करेंगे तब तक आपके विचार नहीं बदलेंगे और जब तक आपके विचार नहीं बदलेंगे तब तक आप ordinary और negative लाइफ का अनुभव करते रहेंगे।
एक कुम्हार मिट्टी लेकर बड़ी तल्लीनता से चिलम बना रहा था। उसकी पत्नी ने जब ये देखा की उसका पति चिलम बना रहा है तो उसे वो बात अच्छी नहीं लगी। वो अपने पति से बोली की इस मिट्टी से और भी बहुत कुछ बन सकता है तो चिलम ही क्यों बना रहे हो ? तो पति बोला, आजकल चिलम बहुत बिक रही है। इससे बहुत फायदा मिलेगा। लेकिन फिर एकबार पत्नी बोली की चिलम बनाने के बजाय सुराही क्यों नहीं बनाते। गर्मियाँ आ ही रही है तो सुराही भी बहुत बिकेगी और लोगों की प्यास भी बुझेगी। चिलम से लोगों की जिंदगी तबाह हो जायेगी लेकिन सुराही का पानी लोगों के मन को ठंडक देगा ! कुम्हार अपनी पत्नी के विचार से सहमत हो गया और उसने बनाये हुए चिलम तोड़कर फिर एक बार मिट्टी को गूंथना चालू किया और सुराही बनाने लगा।
जो आदमी चिलम बेचकर लोगों की जिंदगी तबाह करनेवाला था उसी आदमी ने अपना विचार बदलकर सुराही बनाकर लोगों की प्यास बुझाने का निर्णय लिया। एक विचार उसे पाप के रास्ते से हटाकर पुण्य के मार्ग पर ले आया।
हर विचार एक बीज होता है चाहे वो सकारात्मक विचारों का हो या नकारात्मक ! ये बीज कभी ना कभी उगेगा और उसका वृक्ष होगा ! ये वृक्ष मतलब हमारी जिंदगी। इस संसार की हर एक घटना एक विचार से ही तो शुरू हुई है। अपने दिमाग में चल रहे विचारों पर ध्यान देना जरुरी है क्योंकि हमारी बाहरी दुनिया का निर्माण पहले हमारे विचारों में होता है।
आप जिस चीज के बारे में सोचते हैं, विश्वास करते हैं, महसूस करते हैं, अपने मन में बार जिस चीज को होते हुए देखते हैं वही सारी चीजें हमारे जीवन में प्रकट होती हैं। हम उन चीजों को आकर्षित नहीं करते जो हम चाहते हैं बल्कि हमारी जिंदगी में वो चीजें आकर्षित होती हैं जिन्हें हम हमारी जिंदगी में बिलकुल नहीं चाहते ! ऐसा क्यों होता है चलिए जानते हैं ! हम चाहते तो हैं अमीरी लेकिन आज हमारे पास अगर पैसा नहीं है तो बार बार हम कम पैसों के बारे में सोचते हैं और खुदपर और ईश्वर की व्यवस्था पर शक करते हैं। हम चाहते तो हैं सेहत लेकिन मन में बार बार किसी बिमारी या रोगों के विचार चलते रहते हैं।
ये विचार हम जानबुझकर तो नहीं करते लेकिन अनजाने में ये नकारात्मक विचार हमारे मन में आते रहते हैं। और यही नकारात्मकता हमारे जीवन में मूर्त रूप ले लेती है। एक बात समझिये negative thoughts = negative life, positive thoughts = positive life, ordinary thoughts = ordinary life, extra ordinary thoughts = extra ordinary life !
अगर कोई एक पॉजिटिव विचार हम १ मिनट तक हमारे मन में पकड़के रखते हैं तो हमारा जीवन उस विचार के अनुसार जादुई तरीके से बदल सकता है। लेकिन होता क्या है अनजाने में अनेक नेगेटिव विचार हमारे मन में ज्यादा देर तक रहते हैं और हम ईश्वर को कोसते रहते हैं की मैंने ही ऐसा क्या बुरा किया है जिससे मेरी जिंदगी इतनी बदतर हो गयी है। लेकिन कभी हमने हमारे विचारों पर ध्यान दिया ? हम जानबूझकर नेगेटिव विचार नहीं करते लेकिन अनजाने में बहुत सारे नेगेटिव विचार हमारे मन से होकर गुजरते हैं और हम डरते हैं की कही ये सच ना हो जाए !
अगर कोई विद्यार्थी exam देकर आता है तो उसके मन में ये भय रहता है की कई मैं fail ना हो जाऊं और इसी विचार के साथ उसका हर दिन बीतता है और बिलकुल वैसाही होता है जैसा उसने सोचा था। कई लोगों के मन में लाइलाज बिमारियों का डर रहता है और उन्हें यही डर लगा रहता है की ये बीमारी कहीं मुझे ना हो जाए और जितनी तीव्रता से आप इन विचारों को इस प्रकृति में भेजते हैं उसी तीव्रता के साथ वो बीमारी आपके शरीर में प्रवेश करती है।
जब घर के किसी सदस्य को आने में देर हो जाए तो हम किस तरह सोचते हैं ? कही उसके साथ कुछ बुरा तो नहीं हुआ होगा ! वो ठीक होगा या नहीं। और यही विचारों का चक्र वो सदस्य के घर आने तक चालू रहता है। लेकिन आपका ये विचार किसी ना किसी दिन manifest हो सकता है क्योंकि आपने ही उस negative frequency और energy को ब्रह्माण्ड में भेजा है।
कई बार घर से निकलते वक़्त आपके मन में ये विचार आता है की कहीं मुझे देर ना हो जाए और जब आप घर से निकलते हैं तो आपको देर से पहुंचानेवाली सारी घटनाएँ घटती हैं और आप देर से पहुँचते हैं।
अब आपको लगेगा की विचार तो मन में आएंगे ही ! वो एक natural प्रक्रिया है और वो विचारों को हम रोक नहीं सकते लेकिन किस तरह के विचार मन में लाना है ये हमारे हाथ में है। अगर हमारे मन में बारे बार नेगेटिव विचार आ रहे हैं तो हम उन्हें पॉजिटिव विचारों में बदल सकते हैं और हमारे जीवन में पॉजिटिव घटनाओं को attract कर सकते हैं।
बार बार दोहराने से वो विचार हमारे subconscious mind में चला जाता है और उसका manifestation का काम शुरू हो जाता है। बिलकुल इसी तरह अगर हम बार बार पॉजिटिव विचार करें तो इस नेगेटिव विचारों के cycle को break करना आसान है।
लेकिन हम हमारी जिंदगी तो बदलना को चाहते हैं लेकिन हमारे विचारों को नहीं बदलते और रोते रहते हैं की मेरे साथ ही बुरा क्यों हो रहा है। इस विचार प्रक्रिया का एक ही नियम है की इस दुनिया में किसी भी भौतिक वस्तु का निर्माण होने से पहले उसका वैचारिक निर्माण होता है। किसी भी समस्या को आप वैचारिक स्थिति पर उत्पन्न करते हो तो ये निश्चित है की वही समस्या आपके जीवन में खींची चली आएगी।
अब आपको करना क्या है ? जो विचार आपकी जिंदगी को बदल सकता है उसी विचार को पकड़कर रखना है और बार उसी विचार को मन में लाने से आप अपनी आँखों के सामने अपनी जिंदगी बदलते देखेंगे।
जिस तरह बार बार पानी के गिरने से बड़े से बड़ा पत्थर भी टूट सकता है उसी तरह बार बार पॉजिटिव सोचने से आपके सारे नेगेटिव विचार टूट जाते हैं। ऐसा कहा जाता है की जिसने अपने विचारों पर जीत पा ली उसके लिए असंभव कुछ भी नहीं।
१९३६ में भारत में इन्हीं विचारों की शक्ति पर आधारित एक प्रयोग किया गया। एक कैदी को मौत की सजा सुनाई गयी थी। लेकिन कुछ संशोधकों ने उस कैदी पर प्रयोग करने की इजाजत सरकार से हासिल की। उस कैदी को बताया गया की तुम्हे फाँसी नहीं दी जायेगी बल्कि हम तुम्हारे हाथ की नस काटेंगे और खून के बहाव से तुम्हारी मौत होगी। अब जिस दिन उसको सजा देनी थी उस दिन उसके आँखों पर पट्टी बाँधी गयी और उसके हाथ पर कुछ इस तरह से खरोच लगाई गयी की उसको लगे की उसकी नस काटी है। और बिलकुल उसी जगह गुनगुने पानी की पाइप लगाई गई जिससे उस कैदी को लगे की उसकी नस से खून निकल रहा है। पानी की बूंदों को उसके खटिया के निचे एक स्टील के बर्तन में गिरायी गयी जिससे बिलकुल ऐसा लग रहा था की खून टपक रहा है। कमरे में बहुत ही शांति थी जिससे बूंदों के टपकने की आवाज उसे साफ साफ सुनाई दे रही थी। अब जैसेही उसे बूंदों के टपकने की आवाज सुनाई देने लगी उसकी विचार प्रक्रिया शुरू हो गयी की मेरे नसों से खून टपक रहा है और जब सारा खून ख़त्म होगा तो मैं मर जाऊँगा। थोड़ी देर बाद बूंदों के टपकने की रफ़्तार धीमी की गयी ताकि उस कैदी को लगे की अब खून ख़त्म हो रहा है और आखिर में पानी की धार बंद कर दी गयी। अब पानी की धार बंद होने के कुछ देर बाद ही उस कैदी की मृत्यु हो गयी।
देखिये दोस्तों उस कैदी के शरीर से खून की एक भी बूँद नहीं गिरी थी लेकिन उसे ये यकीन दिलाया गया था की उसके शरीर से खून के ख़त्म होने के बाद उसकी मृत्यु हो जायेगी। अब जैसेही उसने पानी के बूंदों की आवाज सुनी उसका दिमाग मृत्यु का विचार करने लगा और जब पानी की बुँदे गिरनी बंद हो गयी , कुछ ही क्षणों में उसकी मृत्यु हो गयी।
सोचनेवाली बात ये है की जिन विचारों को आप पुरे विश्वास और उत्साह से बार बार दोहराते हैं वही विचार आपकी जिंदगी बन जाते हैं। विचारों की शक्ति आपको एक खूबसूरत जिंदगी दिला सकती है लेकिन इसके लिए आपको अपने मन में खूबसूरत विचारों के बीज की परवरिश करनी होगी। आप दिनभर क्या सोचते हैं, आपके मन में कैसे विचार आते हैं इसीपर आपका जीवन निर्भर है।
एक बात आपको हमेशा ध्यान में रखनी चाहिए की शक्तिशाली विचार ही आपकी सबसे बड़ी संपत्ति है। आपको जैसी जिंदगी चाहिए उसी से सम्बंधित विचार अपने मन में लाइए। अपने मन को अच्छे और सकारात्मक विचारों से भर दीजिये। फिर इस मन को अच्छे विचारों की इतनी आदत हो जायेगी की ये मन नकारात्मक परिस्थिति में भी कुछ ना कुछ सकारात्मक ही ढूंढेगा ये तय है। जब आपके विचार शक्तिशाली होंगे तब आपका आत्मविश्वास भी शक्तिशाली ही होगा और यही आत्मविश्वास आपका जीवन बदल देगा।
तो दोस्तों आपको ये विचारों की शक्ति से परिचित करनेवाला आर्टिकल कैसा लगा ये जरूर कमेंट में बताना और अपने विचारों को शक्तिशाली बनाने के लिए कदम जरूर बढ़ाना ये मेरी आप सब से request है क्योंकि मैंने तो अपने विचारों को बदलकर अपनी जिंदगी बेहतरीन की है अब आपकी बारी है। चलिए अपने नेगेटिव विचारों को बदलकर एक बेहतरीन जिंदगी का अनुभव लेते हैं !
Thanks for reading : The power of thoughts। विचारों की शक्ती
nice