Subconscious mind। The power of Subconscious mind
Subconscious mind। The power of Subconscious mind
Introduction :
हमारे subconscious mind की शक्ति अद्भुत है लेकिन हम सब इस शक्ति से अपरिचित है। आश्चर्य की बात तो ये है की हम सब अनजाने में इस शक्ति का उपयोग तो करते हैं लेकिन हमारा जीवन बिगाड़ने के लिए ! अब आप सोचेंगे की ऐसा कैसे ? आपको ये तो पता होगा की हमारे विचार ही हमारी सबसे बड़ी शक्ति है और उन्हीं विचारों पर हमारा mind काम करता है। अब आप जरा अपने विचारों पर ध्यान दीजिये की क्या आपके मन में आनेवाले सारे विचार सकारात्मक हैं ? क्या वो सारे विचार आपके लिए लाभदायक हैं ? क्या वो सब आपको सफलता दिला सकते हैं ? क्या आपको एक खुशहाल जीवन दे सकते हैं ? नहीं ना ! तो सबसे पहले हमें हमारे विचारों पर काम करना होगा। जो विचार हमारे subconscious mind में feed होते हैं उसी तरह के जीवन का अनुभव हम करते हैं। ये मन की शक्ति आपको बहुत बढ़िया जिंदगी दे सकती है। लेकिन ये आप पर निर्भर है की आप इस शक्ति का उपयोग कैसे करते हैं।
इस शक्ति का उपयोग बड़े बड़े scientists ने नए नए आविष्कारों का निर्माण करने के लिए किया हैं। जहाँ जहाँ उनकी बुद्धि सिमित हो जाती थी वहाँ वहाँ इन सारे लोगों ने अपने अवचेतन मन की शक्ति का उपयोग करके ऐसे ऐसे आविष्कार किये हैं जिनको देखके हम सब लोग हैरान हुए हैं।
इसका उदाहरण ये है की हमने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा की हम पंछियों की तरह आसमान में उड़ सकते है, लेकिन ये संभव हुआ है। और ऐसे अनगिनत आविष्कार हैं जो हमें आज भी आश्चर्य में डालते हैं।
अवचेतन मन ( Subconscious mind ) :
हमारे मन के दो भाग होते हैं एक है conscious mind और दूसरा है subconscious mind. हमारा अवचेतन मन चेतन मन से ३०००० गुना powerful होता है। चेतन मन सिर्फ १०% काम करता ही बाकी ९०% काम अवचेतन मन ही करता है।
दुनिया में हजारों ऐसे लोग है जिन्होंने सफल होने के लिए अपने अवचेतन मन की मदद ली है। जहाँ जहाँ उनकी बुद्धि मर्यादित हो जाती थी वहाँ ये लोग उस समस्या को अपने अवचेतन मन को सौंपकर निश्चिन्त होकर सो जाते थे। सुबह होते ही या १/२ दिन में अचानक से उनको उस समस्या का उत्तर मिल जाता था और उनके मार्ग में आयी बाधा दूर हो जाती थी।
हम अपने अवचेतन मन की शक्ति को नहीं जानते और इसकी शक्ति का पूरा उपयोग भी नहीं करते इसीलिए साधारण जीवन जी रहे हैं। अगर हमें असाधारण और समृद्ध जीवन जीना है तो हमें अपने अवचेतन मन की शक्ति को जान लेना जरुरी है।
अवचेतन मन कैसे काम करता है ?
अवचेतन मन की शक्ति असीमित है। इसके पास इतनी शक्ति है की एक बार इसने किसी बात को सच मान लिया तो उसे पूरा करने के लिए वो अपनी सारी शक्ति दाँव पे लगा देता है। सारे ब्रह्माण्ड के नियमों को अपने हिसाब से चला देता है और अपने आप हर जगह से ideas आने लगते हैं। साथ ही साथ आपके हर एक problem के solutions और आपको जितनी मदद चाहिए उतनी मदद ये आपके सामने खड़ा कर देता है। एक बार आपने पूरी शिद्दत के साथ अपने अवचेतन मन को आपके problems सौंप दिए तो वो आपके सामने उसका जवाब लाकर ही दम लेता है।
चलिए अब ये जानते हैं की ये काम कैसे करता है। इसके अद्भुत शक्ति का इस्तेमाल कैसे किया जाता है ये जानना भी बहुत ही जरुरी है क्योंकि हर एक के पास ये शक्तिशाली अवचेतन मन है और हम सब इससे अनजान है।
सबसे पहले आपको अपने विचारों की दिशा बदलनी होगी। अगर आप सकारात्मक चीजें चाहते हैं तो आपको सकारात्मक विचार ही मन में लाने होंगे क्योंकि आपके द्वारा किया गया हर एक विचार ही अवचेतन मन को दी गयी order होती है। वो आपके द्वारा सोचे गए विचारों पर ही काम करता है। हम जो विचार जाने अनजाने में सोचते हैं वो सारे हमारे अवचेतन मन में उतर जाते हैं और वही विचार और भावनाएँ मूर्त रूप से हमारे जीवन में प्रकट होने लगती हैं। इसीलिए बार बार सकारात्मक विचारों को अपने मन में बिठाने की कोशिश में रहना होगा ताकि उन्हीं सकारात्मक विचारों पर अवचेतन मन काम करें !
जरा सोचिये, आप पुरा दिन किसी एक ही विचार को मन में पकड़कर रख नहीं सकते। आपके मन में हजारों विचार आएंगे उनमें से कुछ positive होंगे तो कुछ negative ! हम उन विचारों को रोक नहीं सकते लेकिन उनपर ध्यान दे सकते हैं। मन में आया हुआ हर एक विचार कैसा है इसका पता लगा सकते हैं और उसे बदल सकते हैं। तो करना ये हैं की मन में आनेवाले विचारों के लिए अलर्ट रहना है और जब जब मन में नकारात्मक विचार आये तो जितना जल्दी हो सकें उसे पहचानकर बदल देना है।
अब अगर बार बार नकारात्मक विचार मन में आते हैं तो वो ना आये इसके लिए भी थोड़ा कष्ट लेना होगा। आपको अच्छी अच्छी किताबें पढ़नी होंगी, पॉजिटिव और मोटिवेशनल वीडियो देखने होंगे, आपका friend circle अगर नेगेटिव है तो अच्छे लोगों की संगत में रहना होगा साथ साथ मन को शांत रखने के लिए मैडिटेशन करना होगा।
अगर हम चाहते हैं की हमें सामर्थ्य और शक्ति देनेवाले, हमें सकारत्मक रखनेवाले विचार मन में बार बार आये तो हमें affirmations और gratitude की भावना को अपनाना होगा और साथ साथ creative visualization का सहारा भी लेना होगा।
आपको अपनी Imagination power बढ़ानी होगी। क्योंकि subconscious mind शब्दों से ज्यादा चित्रों की भाषा समझता है। इसीलिए आपको अपने जीवन की आदर्श स्थिति को बार बार imagine करके अवचेतन मन को ये यकीन दिलाना होगा की यही आपके जीवन की आदर्श स्थिति है। इस तरह की mental rehearsal आपको ज्यादा से ज्यादा करनी है ताकि आप जीवन की उस आदर्श स्थिति पर पहुँच सके।
जब जब आप पूरी एकाग्रता के साथ और अपनी पूरी क्षमता से विचलित ना होते हुए किसी भावना को अपने अंदर महसूस करते हैं तो हमारा अवचेतन मन ये अंतर ही नहीं कर पाता की mental image कौनसी है और reality में क्या हो रहा है। इसका मतलब आप जो भी mental images बनाते हैं उन सबको अवचेतन मन असलियत के रूप में महसूस करता है। और इस तरह से mind का programming होना शुरू हो जाता है।
कई बार ऐसा होता है की जब हम संकट में होते हैं तो मन में छुपे डर बार बार सामने आने लगते हैं और दिल और दिमाग को बैचैन कर देते हैं। उस वक़्त हम उन्हीं चीजों के बारे में ज्यादा सोचते रहते हैं जो हम नहीं चाहते या जिसका हमें डर रहता ! लेकिन अगर ये नेगेटिव विचार ज्यादा देर तक मन में बार बार repeat होते हैं तो यही स्थिति हम चाहते हैं ऐसा message subconscious mind को जाता है और उसपर काम करना शुरू हो जाता है।
तो इसीलिए हमें पहले हमारे विचार, भावनाएँ और behaviors के साथ साथ reactions की जिम्मेदारी लेनी होगी। हमें हमारी परेशानियों और शिकायतों की जिंदगी से अलग होकर कृतज्ञता से भरा जीवन जीना चाहिए ताकि हमारा मन कभी भी किसी भी परिस्थिति में नकारात्मक न हो और अनजाने में भी किसी गलत विचार को manifest ना करें !
Some facts about subconscious mind :
अवचेतन मन imagination और reality में फर्क नहीं कर सकता। कई बार हम कुछ गलत होने से पहले ही उसकी images हमारे मन में तैयार करते हैं और डर से बेचैन हो जाते हैं। सच तो ये होता है की वो सिर्फ विचार और प्रतिमाएँ होती हैं लेकिन हम उस वक़्त बहुत डरते हैं क्योंकि हमारे मन को imagination और reality में फर्क करना नहीं आता। इसीलिए गलत विचार करने से अच्छा है की creative और positive विचारों की मन में खेती की जाए और उसके मीठे मीठे फल खाये जाए !
जब आपको नींद में सपना आता है तो क्या वो सच होता है ? फिर भी हम क्यों डरते हैं ? क्योंकि हमारा मन उस कल्पनाओं को सच मानता है।
अवचेतन मन को कोई भी specific भाषा नहीं समझती। इसको सिर्फ चित्र समझ आते हैं। तो जब जब हम visualization करेंगे तो मन में ज्यादा से ज्यादा images लाने की कोशिश करेंगे। आप जैसी जिंदगी चाहते हैं उससे जुडी बहुत सारी images आपको आँखें बंद करके लानी हैं ताकि मन को समझ आये आप क्या manifest करना चाहते हैं।
हमारा अवचेतन मन भूतकाल, भविष्यकाल या वर्त्तमान में फर्क नहीं कर सकता। इसको दिन और रात में फर्क करना नहीं आता। ये अच्छे और बुरे में, सही और गलत में कोई फर्क नहीं कर सकता। ये आपके विचारों को as it is ले लेता है। हम अपनी कल्पनाशक्ति का उपयोग करके इसका प्रोग्रामिंग कर सकते हैं।
अवचेतन मन के बारे में एक सच ये भी है की ये कभी सोता नहीं है। ये दिन रात active रहता है। इसीलिए तो इसे सोते समय प्रोग्राम करने का तरीका सारे सफल लोग use करते हैं। जब हम गहरी नींद में होते हैं तब भी ये काम कर रहा होता है। और यही रात का समय सबसे best होता है।
अवचेतन मन अपने आप कुछ भी नहीं कर सकता। आपको बार बार इसे प्रोग्राम करके ही उससे काम करवा लेना है। इसको activate करने के लिए आपको इसपर बहुत मेहनत लेकर इसे विश्वास दिलाना होगा की आप सच में किसी चीज को चाहते हैं और आप हर हाल में उसे पाना चाहते हैं।
ये अवचेतन मन आपके विचारों पर सीधा काम शुरू कर देता है, ये किसी भी तरह का कष्ट नहीं लेता। इसीलिए आपको अपने विचारों पर ध्यान देने की जरुरत है। आपके विचार ही इसके लिए commands होते हैं।
ये बहुत ही ताकतवर होता है। अगर इसने ठान लिया तो ये कुछ भी कर सकता है। हम अपने आसपास ऐसे उदाहरण देखते हैं की जिन्होंने असंभव को भी संभव बनाया है।
अब आप सोच रहे होंगे की नेगेटिव विचार तो कई आते हैं और हर एक विचार अवचेतन मन के लिए कमांड है तो जिंदगी तो बर्बाद हो जायेगी। लेकिन दोस्तों ऐसा नहीं है। आप जब चाहे इसे अच्छी कमांड्स देकर reprogram कर सकते हैं। अच्छे और सकारात्मक विचारों से उसे ये एहसास दिला सकते हैं की आपकी जिंदगी बहुत ही हसीन है।
अवचेतन मन को reprogram करने का सही वक़्त :
हमारा अवचेतन मन सुबह उठने के तुरंत बाद और रात को सोने से बिलकुल पहले बहुत ही एक्टिव होता है। हम इस वक़्त जो भी विचार इसमें डाल देते हैं तो ये हमें वो सब कुछ दे सकता है जो हम चाहते हैं। अगर हम रात को सोने से पहले हमारे इस अवचेतन मन को प्रोग्राम करते हैं तो ये आपको वो सब कुछ पाने के लिए मदद करेगा जो आप चाहते हैं। इसीलिए तो कहते हैं की सुबह उठते ही और रात को सोने से पहले कुछ भी नकारात्मक बात या विचार नहीं करना चाहिए। क्योंकि हमारा चेतन मन अच्छे और बुरे में फर्क कर सकता है लेकिन अवचेतन मन को ये फर्क समझ नहीं आता।
दोस्तों मुझे पूरा यकीन है की मैंने subconscious mind के बारे में sufficient जानकारी आपतक पहुंचाई है। अब आपका काम है अपने अवचेतन मन का reprogramming करना। आप जो चाहते हैं वो सारी कमांड्स इसे देकर निश्चिन्त होकर अपना काम करते रहें। आप खुद अपने अवचेतन मन की शक्ति का अनुभव करेंगे।
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