Positivity and Negativity in Hindi। Positivity और Negativity में क्या फर्क है

Positivity and Negativity in Hindi। Positivity और Negativity में क्या फर्क है

Positivity and Negativity
Positivity and Negativity

कोई सुखी है तो कोई दुखी है ,कोई स्वस्थ है तो कोई अस्वस्थ है ,कोई अमीर है तो कोई गरीब है ,कोई सफल है तो कोई असफल है। ऐसा क्यों है ? ये सब Positivity and Negativity के ही Results हैं।

जो Positive है वो सुखी है ,स्वस्थ है ,सफल है ,अमीर है और जो Negative है वो दुखी है ,असफल है ,गरीब है ,उसकी सेहत ख़राब है।

Positivity और Negativity में क्या फर्क है ये जानना बहुत जरुरी है क्योंकि इन दोनों का हमारे जीवन पे होने वाला परिणाम एक तो जीवन बना देगा या जीवन बिगाड़ देगा। 

What is Positivity :

Positivity and Negativity
Positivity and Negativity

परिस्थिति कैसी भी हो उन परिस्थितियों में भी कुछ अच्छा ढूँढना , Best expect करना ,अच्छा ही होगा ,सफलता मिलेगी ऐसी आशा करना ,अपने साथ साथ दूसरों को आशावादी बनाना , यही है Positivity.

चीजें अच्छी या बुरी नहीं होती। हमारे विचार उन्हें वैसा बनाते हैं। दूसरों में जो बदलाव चाहिए वो पहले हमें खुद में करना होगा। इसीलिए हमें खुद Positive रहना होगा तभी तो हम दूसरों में Positivity निर्माण कर सकते हैं । विचारों का मार्ग बदलकर जीवन बदला जा सकता है।

दुनिया के सारे चमत्कार Positivity की वजह से ही हुए हैं। और अगर आप ये सोच रहे है की मैंने मेरी सारी जिंदगी Negative विचारों से spoil की है ,अब तो बहुत देर हो गई। तो आप गलत सोच रहे है। कुछ अच्छा करने के लिए कोई भी समय बुरा नहीं होता है। जिस वक़्त आप कुछ अच्छा करने की सोचे वो पल एकदम Perfect होता है। और अभी देर नहीं हुई है। Make the rest of your life ,the best of your life .

 हमारी Positivity दूसरों के Negativity से भी Positive energy लेती है। जब आप Positive होते हैं तो आपका Positive  Aura  Negativity को आपके पास पहुँचने ही नहीं देता।

What is Negativity :

Positivity and Negativity
Positivity and Negativity

कोई भी काम करते वक़्त उस काम के results worse ही होंगे ऐसा विश्वास होना ,अच्छे में भी कुछ न कुछ negative ढूँढना ,दूसरों की कमियों पर ज्यादा ध्यान देना ,खुद पर विश्वास ना होना ,बहुत सारे डरों को अपने मन में जगह देना ,negative incidents की कल्पनाएँ करना , निराशावादी दृष्टिकोण होना ,सेहत बार बार ख़राब होना ये सब Negativity के लक्षण हैं।

जब आप negative होते है तो आप वैसेही लोग ,वैसी ही घटनाएँ ,वैसी ही परिस्थितियाँ आपके आसपास पाएंगे। Negative लोग उन चीजों पे ज्यादा ध्यान देते है जो वो नहीं चाहते , जो उन्हें पसंद नहीं होता। इन लोगों का खुद के विचारों पे control नहीं होता। इनका Aura hatred ,anger  ,negativity , shame , fear , doubt , failure ,ego ,tensions से भरा होता है।

Thought Process :

Positivity and Negativity
Positivity and Negativity

हर रोज हमारे मन में ६०००० विचार आते हैं। और आश्चर्य की बात ये है की उनमे से ७० से ८० प्रतिशत विचार नकारात्मक होते हैं। हम भी ये जानते है की जो विचार मन में आते है वो हमारे कुछ काम के नहीं होते। हमें नुकसान पहुंचाना यही उनका काम होता है फिर भी हम उन विचारों को control नहीं करते ,हमारे मन में प्रवेश देते ही रहते है। 

और फिर उनका काम चालू हो जाता है। वो विचार और ज्यादा negative विचारों को आकर्षित करते रहते है और हमारा पूरा जीवन Negativity से भर जाता है। कई बार कुछ अच्छे Incidents में भी हमें negative ही नजर आने लगता है।

हम आज जो विचार करते हैं उनमें से ९५ % विचार कल के ही होते हैं जो आज फिर Carry forward होते हैं। आजके ही ९५ % विचार दूसरे दिन Carry  forward होते हैं। अगर हम positive विचार करते हैं तो ये बहुत अच्छी बात है लेकिन अगर हम negative विचार करते है तो ये विचारों का Vicious cycle ऐसेही चलता रहता है।और इस विचारों के Cycle में हम इस तरह से फस जाते है की बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है। 

अब तो आप जान गए होंगे की positive विचारों का हमारे जीवन में कितना महत्व है ,तो विचारों को अपने Control में रखना हमारी जिम्मेदारी है। 

एक बात अच्छी है की नकारात्मक विचारों को अस्तित्व में आने के लिए देर लगती है क्योंकि उनकी power बहुत कम होती है लेकिन हम  continuously negative सोचेंगे तो उन्ही विचारों का मूर्त रूप आप अपने जीवन में पाएंगे।

Negative विचार मन में ना आये ऐसा हो ही नहीं सकता। वो तो आएंगे ही। लेकिन उनको Positive विचारों में बदलना हमारा काम है। Positive विचारों में बहुत शक्ति होती है। एक Positive विचार में हजारों Negative विचारों को नष्ट करने की शक्ति होती है।

 Positivity and Negativity :Positivity और Negativity में क्या फर्क है। 

Positivity Negativity
सफलता मिलती है।   हर बार असफलता का सामना करना पड़ता है। 
आशावादी दृष्टिकोण होता है।  निराशावादी दृष्टिकोण होता है। 
स्वास्थ्य बहुत अच्छा होता है।  बार बार सेहत ख़राब होती है। 
अमीरी का अनुभव मिलता है।  गरीबी भुगतनी पड़ती है। 
 बहुत सारी Opportunities मिलती हैं।  कोई भी काम obstacles के बिना पूरा नहीं होता।
 जीवन में happiness की कमी नहीं होती।

खुशियाँ ही खुशियाँ होती है। 

 जीवन भर  दुखों पे रोना पड़ता है। दुखों का अंत नहीं होता।
कोई भी काम करते वक़्त Positive results मिलते हैं। हर काम के Negative results मिलते हैं।
 दिन की शुरुवात Positive और Innovative

विचारों से होती है।

दिन की शुरुवात Negative विचारों से होती है।
खुद के साथ साथ दूसरों के जीवन में आनंद लाते हैं। खुद के साथ साथ दूसरों की जिंदगी भी Spoil करते हैं।
कृतज्ञ होते हैं। हर एक वरदान के लिए दिल से धन्यवाद देते हैं।  कृतज्ञता का अभाव होता है।
समृद्ध जीवन जीते हैं।  जीवन में समृद्धि नहीं होती ,सब चीजों के लिए Struggle

करना पड़ता है। 

Some responses about Positivity and Negativity :

Responses of Positive people  Responses of Negative people
मैं ये कर सकता हूँ /कर सकती हूँ। मैं ये नहीं कर सकता /नहीं कर सकती।
मैं बहुत खुश हूँ। दुःख मेरा पीछा नहीं छोड़ते।
मेरे साथ जो होता है अच्छे के लिए होता है।  हर बार मेरे साथ ही क्यों गलत होता है।
ये मेरे लिए Possible है। ये Impossible है।
मैं सबके साथ Comfortable हूँ। मेरी किसीके साथ बनती नहीं।
मैं Healthy हूँ। मेरी सेहत बार बार क्यों ख़राब होती है ?
मेरा खुद पर विश्वास है। मैं किसी पर भरोसा नहीं कर सकता/सकती।
मेरा Business grow कर रहा है।    मैं Business में successful नहीं हो सकता।
मुझे कुछ नया करने से नया सिखने को मिलता है। मैंने ये पहले कभी नहीं किया ,शायद मैं ये नहीं कर पाउँगा /पाऊँगी।

 

आपके जीवन में आप किस तरह सारे दुखों के शिकार हुए ये गीत आप जिंदगी भर गाएंगे तो उतने ही दुखों के गीत गाने के और मौके आपको मिलेंगे। तो सावधान रहिये अपने जीवन के गीतों के लिए।

क्या आप जीवनभर दुखों के गीत गाना पसंद करेंगे या खुशियों के गीत गाना आपको अच्छा लगेगा। आपको जो अच्छा नहीं लगता वो छोड़ दीजिये। उसके बारे में कोई प्रतिक्रिया व्यक्त न करे। जिंदगी में कुछ problems neglect करने से ही solve होते हैं। 

उन problems का आपके जीवन में कोई महत्व नहीं है। जो अच्छा लगता है उन भावनाओं को दिल में सजा के रखिये। Positive thinking में अच्छी भावनाओं का बड़ा ही महत्व है। 

तो क्या आप तैयार हैं Positivity को अपने जीवन में उतारने के लिए ?

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