Self discipline
Self discipline
Introduction :
जिंदगी में अगर सफलता पानी है या अपने लक्ष्य तक पहुंचना है तो एक ही चीज की जरुरत है और वो है Self discipline ! जब तक आप खुद पर दया करना नहीं छोड़ते तब तक लक्ष्य को नहीं पा सकते। साधारण लोग सिर्फ इसी कारण से अपने निर्धारित लक्ष्य तक नहीं पहुँच पाते क्योंकि वो discipline में नहीं रहते, अपनी आदतें नहीं बदलते और खुद पर दया करते रहते हैं।
कुछ लोग बड़े उत्साह से लक्ष्य निर्धारित करते तो हैं लेकिन जिस उत्साह के साथ उन्होंने लक्ष्य को निर्धारित किया उसका असर कुछ दिनों बाद कम होने लगता है साथ ही साथ उस लक्ष्य तक पहुँचने के लिए जो efforts लेने की जरुरत हैं उसमें पीछे रह जाते हैं। परिणाम ये होता है की हर बार की तरह फिर से असफलता का सामना करना पड़ता है।
जीवन बिताते वक़्त आपके सामने दो ही options होते हैं एक तो discipline या फिर regret ! जब आप खुद को अनुशासन में रखेंगे तो आपको कभी जिंदगी में regret का सामना नहीं करना पड़ेगा। अगर आप अनुशासन को चुनते हैं तो इससे होनेवाली तकलीफ कुछ दिनों के लिए होगी लेकिन अगर आपने खुद के लिए नियम नहीं बनाये और short term pleasures में involve हुए तो आपको जिंदगीभर regret में जीना पड़ेगा !
Self discipline is the bridge between goals and accomplishment.
How to develop self discipline :
Goal setting :
सबसे पहले आपको एक ऐसा Goal set करना होगा जो आपको अनुशासन में रहने के लिए मजबूर करें। क्योंकि Goal के बिना आप अनुशासन में नहीं रहेंगे और अनुशासन के बिना आपका लक्ष्य पूरा नहीं होगा।
Ask yourself – why :
अनुशासन में रहने की जरुरत किसलिए हैं ये सवाल अपने आपसे पूछिए क्योंकि उद्देश्य के बिना कोई काम नहीं होता। किसी भी लक्ष्य को पूरा करना हमारे लिए क्यों जरुरी है ये जब तक clear नहीं होता तब तक अनुशासन आपके जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा नहीं बनेगा।
Give yourself deadline :
जब आप कोई लक्ष्य निर्धारित करते हैं तब उस लक्ष्य को पूरा करने का समय निश्चित कीजिए। अगर आप ये नहीं करते तो आप अपने हिसाब से जब समय मिलेगा तब धीरे धीरे अपने लक्ष्य तक पहुंचेंगे लेकिन अगर आप खुद को deadline देते हैं तो आप उस निर्धारित समय में लक्ष्य तक पहुँचने के लिए proper planning करते हैं और अपने लक्ष्य तक निश्चित ही पहुँचते हैं।
Be consistent :
लक्ष्य पाना है तो हमें हमारी आदतों के साथ, अपने actions के प्रति consistent रहना पड़ेगा। Consistency is the key to success. आपकी successful habits अगर आप बार बार दोहराते हैं तो आपको अपने लक्ष्य तक पहुँचने से कोई नहीं रोक सकता।
Set new habits :
अगर आप वो करते हैं जो करते आये हैं तो आपको वही मिलेगा जो मिलता आया है। इसीलिए अगर नए लक्ष्य को पाना है तो आपको कुछ नयी आदतों को अपनाकर अपने आप में बदलाव लाना होगा। यही बदलाव अनुशासन कहलाता है और यही अनुशासन आपको कामयाबी दिलाता है।
Convert boring things in interesting things :
कई बार अनुशासन आपको सजा लग सकता है क्योंकि जब दूसरे लोग मजें कर रहे होंगे तब हम अपने लक्ष्य को पाने के लिए खुद को काम में व्यस्त रखेंगे। उन्हें मजें करते देख हमारे मन में भी ये विचार आ सकता है की कितनी boring जिंदगी है हमारी ! और ये विचार हमें हमारे लक्ष्य से दूर ले जा सकता है। तो ऐसी situation में हमें हमारी boring activities को interesting बनाना है।
e.g. अगर रोज रोज exercise boring लगें तो म्यूजिक के साथ मजा लेके करें इससे कामयाबी की प्रोसेस को आप एन्जॉय कर सकते हैं।
Be honest with your goal :
जिस एनर्जी के साथ आपने अपना लक्ष्य निर्धारित किया है उसी एनर्जी को आपको लक्ष्य को पाने तक maintain रखना होगा। अपने लक्ष्य के प्रति आपको honest रहके प्रयास करते रहना है।
Program your mind :
अपने subconscious mind को इस तरह से trained करना है की वो हमें हमारे लक्ष्य तक पहुँचने के लिए मजबूर करें और नयी नयी उपलब्धियाँ आपके सामने खड़ी कर दें। हमारा subconscious mind बहुत powerful होता है। वो आपकी सूचनाओं के हिसाब से आपसे काम करवा लेता है। इसीलिए उसका सही से programming करना जरुरी है।
Make small goals and achieve it :
अगर आपको बहुत बड़ा लक्ष्य हासिल करना मुश्किल लगता है तो आप अपने लिए छोटे छोटे लक्ष्य निर्धारित करके उनको achieve करें। जब हम छोटे छोटे लक्ष्य पुरे करते हैं तो हमारा confidence बढ़ता है और इस तरह छोटे लक्ष्यों को पार करके हम बड़े लक्ष्य भी आसानी से achieve कर सकते हैं।
Don’t mercy on yourself :
जब तक आपका लक्ष्य हासिल ना हो जाए तब तक प्रयास करते रहना, खुद पर बिलकुल दया ना करना ये कामयाबी की महत्वपूर्ण चाबी है।
हम जब दुनियाभर के लोगों की कामयाबी को देखते हैं तो हमें वो रातोरात मिली सफलता दिखाई देती है लेकिन ऐसा नहीं हैं। एक दिन की कामयाबी के लिए उन लोगों ने खुद को हजारों दिनों तक discipline में रखा हुआ होता है चाहे उनके सामने कितनी भी distractions आये वो जरा भी विचलित ना होते हुए अपने लक्ष्य के प्रति focused रहने के बाद ही वो लोग उस कामयाबी के पास पहुंचे हैं। उन्होंने short term pleasures का sacrifice किया होता है।
अगर आपका लक्ष्य weight loss है तो आपको कई दिनों तक स्वादिष्ट खाने पर नियंत्रण रखना होगा। जब तक आपका वजन कम नहीं होता तब तक आपको खुद पर कण्ट्रोल रखना होगा, पसीना बहाना होगा।
अगर आपका लक्ष्य किसी exam को crack करने का है तो आपको रातदिन मेहनत करनी होगी। नींद और time consuming चीजों से दूर रहना होगा। Friends, parties और enjoyment को साइड में रखकर खुद को स्टडी में झोंक देना होगा तब जाके आप उस exam में अच्छा score कर सकते हैं और इसके लिए आपको अपनी नींद दाँव पर लगानी होगी।
Importance of Self discipline :
अगर आप साधारण जीवन नहीं जीना चाहते तो आपको खुद को अनुशासन में रखना ही होगा।
अनुशासन एक ऐसी शक्ति है जिससे आप अपने लक्ष्य तक पहुँच पाते हैं।
जब आप खुद के लिए कुछ rules set करते हैं तब यहीं rules आपकी जिंदगी को set करते हैं।
साधारण लोगों से अलग होकर अगर आपको कुछ करना है तो अनुशासन आपको मदद करता है।
अगर आप unconditionally discipline follow करते हैं तो ऐसी कोई भी चीज नहीं है जो लक्ष्य तक पहुँचने से रोक सकती है।
सफल होने के लिए दूसरों से ज्यादा स्मार्ट होने की भी जरुरत नहीं है, आपको सिर्फ दूसरों से ज्यादा discipline में रहना होगा।
तो आइये कुछ ऐसा करते हैं जो किसीने ना किया हो जो आपसे बेहतर कोई नहीं कर सकता हो !
ऊँचे ख्वाबों के लिए दिल से काम करना पड़ता है,
यूँ ही नहीं मिलती सफलता आग में दिन रात जलना पड़ता है !
एक दिन सबको मरना है लेकिन दुनिया में हररोज मरनेवाले हजारों लोगों की तरह हमें नहीं मरना है। मरने से पहले ऐसी जिंदगी जीनी है जिस तरह से जीने का ख्वाब लोग देखें ! और इसके लिए अनुशासन जरुरी है और यही अनुशासन आपको लाखों लोगों से अलग बनाएगा !
Thanks for reading : Self discipline