Inspirational Story for Success
Inspirational Story for Success
दोस्तों ये कहानी है एक साधू की जिसने इस कहानी में हमें ये बताया है की Successful होने के लिए किस चीज की जरुरत है। जब आप Inspirational Story for Success ये कहानी पढ़ेंगे तो आप ये जान लेंगे की अगर सफल होना है तो आपको अपने लक्ष्य को हमेशा दिमाग में रखना चाहिए।
किसी गाँव में एक साधू रहते थे। और ऐसा कहा जाता था की जब वो साधू नाचते थे तब बारिश आ जाती थी। तो गाँव के लोगों को जब जब बारिश की जरुरत होती थी तब तब ये लोग उस साधु के पास जाकर उन्हें नाचने के लिए प्रार्थना करते थे और बारिश हो जाती थी। ये बात उसी गाँव के कुछ पढ़े लिखे लड़कों ने सुनी और गाँव के लोगों पर हँसे। उन लड़कों को यकीन ही नहीं हुआ।
अपनी knowledge के घमंड में आकर उन लड़कों ने गाँववालों को चुनौती दे दी की जब हम नाचेंगे तब भी बारिश होगी। ये लड़के जानते थे की वो साधु गाँववालों की भावनाओं से खेल रहा है, वो लोगों को मुर्ख बना रहा है। यही बात उन लड़कों को सिद्ध करनी थी।
गाँववालों ने भी उन लड़कों की चुनौती को स्वीकार किया और अगले दिन सुबह ही सब मिलकर उस साधु के पास चले आये। गाँववालों ने साधुजी को सारी बात बता दी।
अब चुनौती दी है तो उन लड़कों को ये बात साबित भी करनी थी की ये साधु झूठा है। तो लड़कों ने नाचना शुरू कर दिया। १५ मिनट, ३० मिनट और फिर एक घंटा वो लड़के नाचे और थक गए लेकिन बारिश नहीं हुई। अब थकान की वजह से उनके पाँव में इतना दर्द हो रहा था की अब और नाचना उनके लिए नामुमकिन था तो वो लड़के रुक गए।
अब उस साधु की बारी थी। लड़कों को यकीन था की ये साधु भी हारेगा क्योंकि ऐसे ही किसीके नाचने से बारिश नहीं होती। तो अब लड़कों को मजा आनेवाला था क्योंकि उन्हें लगता था की वो जीतनेवाले हैं।
अब साधु नाचने लगें। १ घंटा बीत गया, २ घंटे बीते, ४ – ५ घंटे बीते लेकिन अब तक साधू रुके नहीं थे। नाचते नाचते श्याम हो गयी लेकिन अब भी साधु नाच ही रहे थे। वो रुकने का नाम ही नहीं ले रहे थे। लोगों को भी आश्चर्य हुआ की अब तक बारिश क्यों नहीं हो रही है और नाचते नाचते ये साधुजी थक कैसे नहीं रहें ?
इतने में ही आसमान में बादल छा गए और हल्की हल्की बारिश होने लगी। और थोड़ी देर बाद तो इतनी बारिश हुई की सब पानी पानी हो गया। गाँववालों को तो ये रोज की बात थी लेकिन वो लड़के देखते ही दंग रह गए। वो हार चुके थे ये जानते हुए भी इस बारिश के पीछे क्या राज है ये जानने के लिए वो बेताब थे।
उन लड़कों ने क्षण में साधु से क्षमा माँगी और उनसे पूछा, बाबा ऐसा क्यों ? की हमारे नाचने से बारिश नहीं हुई और आपके नाचने से लगातार बारिश हो रही है। तो साधुजी ने उत्तर दिया, “देखो बच्चों जब मैं नाचता हूँ तो मेरे सामने सिर्फ दो बातें होती हैं। पहली बात तो ये की जब मैं नाचूँगा तो बारिश को आना ही होगा और दूसरी बात ये की मैं तब तक नाचूँगा जब तक बारिश ना हो। मेरे बच्चों अगर आपको भी किसी लक्ष्य को हासिल करना है या सफलता पानी है तो आपको भी इन दो बातों का ध्यान रखना होगा। इन दो बातों के बिना आप सफल नहीं हो पाओगे। दूसरों को हराना मतलब सफलता नहीं है। खुद से जितना ये है सफलता ! सफलता पानेवालों में भी यही दो गुण विद्यमान होते हैं। सफल लोग किसी भी काम को तब तक करते हैं जब तक उस काम में वो सफल ना हो जाए क्योंकि उन्हें खुदपर पूरा विश्वास होता है।
तो दोस्तों इस कहानी से हम क्या सीखेंगे ? अगर सफल होना है तो अपने काम से काम रखना होगा। लोग हमारे बारे में क्या सोचते हैं इसकी बजाय हम खुद के बारे में क्या सोचते हैं ये महत्वपूर्ण है। दूसरी बात, जब तक सफलता नहीं मिलती है तब तक हमें अपने लक्ष्य से बिलकुल भी ध्यान नहीं हटाना है। तीसरी बात लगातार प्रयास करते रहना है जब तक सफलता आपके कदमों में आकर झुक जाए। पुरे विश्वास के साथ किया गया कार्य जरूर सफलता तक पहुँचता है ये बात जीवनभर अपनी दिल और दिमाग में बिठानी होगी।
रुकावटें आती हैं सफलता की राहों में ये कौन नहीं जानता,
फिर भी वो ही मंजिल पा लेता है जो हार नहीं मानता !
Thanks for reading : Inspirational Story for Success.
थकना नाही तू कभी हारके,
Well done