Gratitude। आभार
Gratitude। आभार
दोस्तों ये कहा जाता है की जिस चीज पर हम ज्यादा ध्यान देते हैं वहीं चीजें हमारे जीवन में बढ़ती हैं। इसीलिए कहते हैं की जो चाहिए उसपे ही ध्यान दें ताकि वही चीजें आपकी जिंदगी में आये। हम समृद्धि तो चाहते हैं लेकिन क्या हमारा फोकस समृद्धि पर है ? नहीं ! तो कैसे आपका जीवन समृद्धशाली होगा ? Gratitude। आभार की शक्ति आपके जीवन को इस तरह से बदल देगी की आप विश्वास ही नहीं कर पाएंगे।
अब जो कहानी आप पढ़ेंगे वो Gratitude से सम्बंधित है। इस कहानी से हमें ये पता चलेगा की Gratitude किस तरह से हमारी जिंदगी को बदल देता है।
एक फ़क़ीर थे और उनकी ईश्वर से सीधी बात होती है ऐसा कहा जाता था। एक दिन वो कहीं जा रहे थे। उन्हें रास्ते में एक इंसान मिला और उनसे कहने लगा की “बाबा सुना है, आपकी ईश्वर से बात होती है। अगली बार आपकी बात हो तो ईश्वर से कहना की आपने मुझे बहुत कुछ दिया है। आपकी कृपा से सब कुछ अच्छा चल रहा है। मेरे पास किसी चीज की कोई कमी नहीं है और आपने जो भर भर के दिया है उससे मैंने बहुत सारे लोगों की मदद भी की है। तो भगवान से कहिये की अब देना बंद कर दें क्योंकि मुझे इतनी जरुरत नहीं थी और जितना आपने दिया है उतनी मेरी हैसियत भी नहीं थी। अब मुझे कुछ नहीं चाहिए। अब आप उनको दीजिये जिनको इसकी जरुरत है।”
वहीं पास एक भिखारी बैठा था जिसके पास शरीर ढकने के लिए भी कपडे नहीं थे। एक छोटेसे कपडे से जैसे तैसे उसने अपना शरीर ढका था और बहुत ही बुरे हाल में बैठा ये सारी बातें सुन रहा था। उसने विचार किया की मैं भी ईश्वर से मेरे लिए सब कुछ मांगकर इस गरीबी से छुटकारा पा सकता हूँ।
वो उस फ़क़ीर से बोला, “बाबा क्या आप मेरी भी बात भगवान तक पहुँचाएंगे ? ईश्वर से पूछिए की जिसे जरुरत नहीं उसको बहुत कुछ दिया है और हम जैसों को जरुरत है तो हमें भीख मांगनी पड़ रही हैं ऐसा क्यों ? हमें कुछ तो दें जिससे हमारे जैसे लोगों को भीख मांगनी ना पड़ें।” वो फ़क़ीर बोले, ठीक है मैं आपकी बात ईश्वर तक जरूर पहुँचाऊँगा।
थोड़े दिन बाद वो फ़क़ीर बाबा जब ध्यान के लिए बैठे तब साक्षात् ईश्वर उनसे बात करने लगें। तब उस फ़क़ीर ने उन दोनों की बात उन तक पहुँचाई। तब ईश्वर बोले, की जो पहला व्यक्ति है जो मुझसे कह रहा है की अब देना बंद कर दें उससे जाकर बोलिये की वो रोज धन्यवाद देना बंद कर दें, कृतज्ञ होना बंद कर दें। और जो दूसरा भिखारी है उससे बोलिये की जो है उसके लिए धन्यवाद देना शुरू कर दें, शुक्र अदा करना शुरू कर दें तो दोनों की इच्छा पूरी होगी।
अब जो भगवान् ने बताया वो सब कुछ उस फ़क़ीर ने उन दोनों को बता दिया। तो पहला व्यक्ति बोला की मैं धन्यवाद देना कैसे बंद कर सकता हूँ। ईश्वर ने इतना कुछ दिया है तो उसके लिए शुक्र अदा करना मेरा फर्ज है और मैं ये छोड़ नहीं सकता। अगर इतना सब कुछ न दिया होता तो इस खूबसूरत जिंदगी के लिए मैं हमेशा ईश्वर को धन्यवाद देता। मैं अपनी आखरी साँस तक ईश्वर को धन्यवाद दूँगा। तब बाबा बोले की जब तक तुम शुक्र अदा करना नहीं छोड़ोगे तब तक तुम्हें मिलता रहेगा।
और वही दूसरी तरफ उस भिखारी को बाबा बोले की ईश्वर ने आपको कृतज्ञ रहने के लिए कहा है। तो वो भिखारी बोला की बाबा क्या आप होश में तो है ना ! एक फटा हुआ कपडा शरीर पर है जिससे मेरा शरीर भी ठीक तरह से मैं ढँक नहीं पा रहा हूँ और आप बोल रहे हैं की मैं कृतज्ञ रहूं। ईश्वर ने मुझे क्या दिया है जिसके लिए मैं कृतज्ञ रहूं।
और अब तो आप जान गए होंगे की क्यों वो पहला व्यक्ति अमीर का अमीर ही रह गया और वो भिखारी जिंदगीभर भीख ही मांगता रह गया। दोनों में फर्क सिर्फ इतना था की एक कृतज्ञ था और दूसरा कृतघ्न !
अब इस कहानी से हमें ये सीख मिलती है की हमारे पास जो है, जितना है उसके लिए हमें कृतज्ञ रहना जरुरी है। जितनी ज्यादा कृतज्ञता हम व्यक्त करेंगे उतनेही हम समृद्ध होते जाएंगे। जो नहीं है उस पर बिल्कुन ध्यान ना दें, जो है उसके लिए कृतज्ञ रहें।
जो आपके पास नहीं है उसे आपकी कृतज्ञता आपके पास खिंच लाएगी। एक सुन्दर जिंदगी हमें ईश्वर ने दी है उसके लिए धन्यवाद दें। वो जिंदगी और ज्यादा खूबसूरत हो जायेगी ऐसा Law of Gratitude कहता है। अगर आपको अपनी जिंदगी खुशियों से भरनी है तो इस Law of Gratitude को अपनी जिंदगी में अपनाना होगा।
आज पैसे कम है लेकिन जितने है उनके लिए कृतज्ञ रहें, कृतज्ञता की शक्ति से आपकी जिंदगी में ज्यादा पैसे आकर्षित हो जाएंगे। अगर आज सेहत ख़राब है फिर भी आप कृतज्ञ रहें और अपनी सेहत पर ध्यान दें। आप थोड़े दिन बाद खुद को स्वस्थ पाएंगे। आज आपके relationships ख़राब हैं लेकिन सब आपके साथ तो हैं इसके लिए कृतज्ञ रहें।
परिस्थिति कितनी भी ख़राब हो उसमें भी कुछ ना कुछ ऐसा होगा जिसके लिए हम कृतज्ञ रह सकते हैं ऐसी बातें ढूंढकर हमें कृतज्ञ रहें। ये कृतज्ञता आपकी जिंदगी को बदतर से बेहतर बना देगी।
आशा है दोस्तों आपको ये कहानी पसंद आयी होगी। ये कहानी ज्यादा से ज्यादा दोस्तों तक पहुंचा दीजिये। Be Grateful, Be Positive.
Thanks for reading : Gratitude। आभार